पाण्डेय राजमल्ल जी कवि | Pandey Raajmall ji kavi
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September 21, 2023
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परमातमा और निजआतमा जग में दो ही शरण हैं ।
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September 16, 2023
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जन्म मरण के दुख अति भारी सहे नहीं जाते प्रभु मुझसे
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August 14, 2023
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कषाय :- जो आत्मा को कसे अर्थात दुख दे
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May 15, 2023
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आत्मिक सुख जो भोगता है उसकी कल्पना नहीं अनुभव ही किया जा सकता है स्वयं वह सुख भोगकर
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April 11, 2023
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तत्त्व चिंतन tatva chintan
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March 19, 2023
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इंद्रिय सुख सुख नहीं मात्र एक भ्रम है
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March 6, 2023
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परिणाम निर्मल सब सहज स्वीकार करने से ही होंगे
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March 4, 2023
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जिनेंद्र देव द्वारा बताया गया मोक्षा मार्ग ही मेरे लिए सारभूत है बाकी सब अभूतार्थ है
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March 4, 2023
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जन्म मरण संकट सब तजकर मुक्ती रमणी शीघ्र वरूँ
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February 25, 2023
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धर्म ध्यान ही करने में मनुष्य जन्म की सार्थकता है
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February 20, 2023
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वृन्दावनदास जी कवि | Vrindaavandaas ji kavi
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August 24, 2022
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सत्गुरू बार-बार समझाये राग बंध की डोरी है
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July 14, 2022
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बुधजनदास जी कवि | Budhjandaas ji Kavi
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June 7, 2021
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दीपचंद जी कासलीवाल | Deepchand ji Kaasliwaal
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June 9, 2021
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द्यानतराय जी कवि | Dhyaanatraay ji kavi
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June 7, 2021
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