जिनेंद्र देव द्वारा बताया गया मोक्षा मार्ग ही मेरे लिए सारभूत है बाकी सब अभूतार्थ है

जिनवाणी का सार समझना |
निश्चय और व्यवहार समझना ||
जिन की वाणी सच्ची वाणी |
बाकी सब अभूतार्थ समझना ||

रचयता :- तन्मय जैन

```