जन्म मरण संकट सब तजकर मुक्ती रमणी शीघ्र वरूँ

मैं भी शीघ्र देह को त्यागुँ ।
वैदेही भगवान बनुँ ॥
जन्म मरण संकट सब तजकर ।
मुक्ती रमणी शीघ्र वरुँ ॥