कारण कार्य रहस्य | डॉ. उज्जवला शाह

इस thread पर कारण कार्य रहस्य कक्षा से सम्बंधित निम्न डाल सकते हैं:

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Kaaran-Kaarya-Rahasya-HIN.pdf

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प्रथम कक्षा, कारण कार्य रहस्य, आ. अनुभव भैया, पुणे
मुख्य बिंदु:

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17/09/2019

  • द्रव्यानुयोग के सिद्धांतों को समझकर अपना जीवन इतना भीगना चाहिए की उसमे अन्याय, अनीति और अभक्ष्य का भाव ही ना आये तब सम्यक्त्व की भूमि तैयार होती है।
  • अपनी आत्मा को इतना पवित्र बनाए की उसमे अन्याय, अनीति और अभक्ष्य का परिणाम ही न आये।
  • हमारे जीवन में और स्वाध्याय भवन के जीवन में difference नही होना चाहिए।
  • सारा हिसाब हमारा पैसो पर ही जाता है। उपयोग पर तो ध्यान ही नही जाता।
  • हम दूसरों के जीवन को देखकर बातों का आंकलन करना चाहते हैं। हमे वो जीवन खुद जीना पड़ेगा।
  • किसी और को सुनाने के लिए हमने ये स्वाध्याय का निर्णय नही किया है। ये तो हमने अपना जीवन उज्ज्वल बनाने के लिए किया है।
  • अपने को आत्मा ही नही जाना तो उसमे लगने वाले रोगों का निवारण कैसे करेंगें।
  • दूसरों के दोषो को कर्मोदय जानकर समता भाव रखना चाहिए और स्वयं के दोषों को कमजोरी समझकर दूर करना चाहिए।
  • वीतरागता ही सर्वज्ञता की पात्रता है।
  • उचित कारण होगा तो ही कार्य संभव है।
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कक्षा न. 2,कारण कार्य रहस्य, आ. अनुभव भैया, पुणे
मुख्य बिंदु -


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कक्षा न. 3,आ. अनुभव भैया, पुणे
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18/09/2019
Letter 1

  • सम्यकदर्शन रूपी कार्य करना है तो सच्चे देव की श्रद्धा रूपी कारण करना है।
  • जब हम जिनेन्द्र भगवान के दर्शन करें तब हम वीतरागता और सर्वज्ञता का दर्शन होना चाहिए।
  • सर्वज्ञता का स्वरूप जब ध्यान में आएगा तब ही स्वयं के सर्वज्ञ स्वभाव की पहचान होगी।
  • जिनागम के आलोक में देव शास्त्र गुरु का सम्यक स्वरूप जानें तो मूढ़ता नही होगी।
  • अपने विवेक को ताक पर रखकर जितने काम करेंगे वे सब मूढ़ता होंगी।
  • शांति अथार्त संसार, शरीर और भोगो से उदासीन होकर स्व में स्थित होना।
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कक्षा न. 4,आ. अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 5,पत्रांक न. 2 “सर्वज्ञ की सिद्धि”
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा में प्रथमानुयोग और करणानुयोग के द्वारा सर्वज्ञ सिद्धि बताई गई।
इसी तरह चरणानुोग और द्रव्यानुोग के द्वारा भी सर्वज्ञ की सिद्धि की जा सकती है।

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कक्षा न. 6,पत्रांक क. 2" सर्वज्ञ की सिद्धि "
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 7,पत्रांक क्र.2 “सर्वज्ञ की सिद्धि”
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 8,पत्रांक न. 3
अनुभव भैया, पुणे
मुख्य बिंदु -


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कक्षा न. 9,पत्रांक न. 3
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 10,पत्रांक न. 3
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 11,पत्रांक न. 3
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 12,पत्रांक न.4,चार अभाव
अनुभव भैया, पुणे
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दूसरों को सन्तुष्ट करने के लिए, जबाब देने के लिए अगर हम पढ़ रहे हैं तो वो कार्यकारी नही है।
हम प्रश्नों के उत्तर और तर्क ढूंढने के लिए ये न पढ़े।

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कक्षा न. 13,पत्रांक न.4,चार अभाव
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 14,पत्रांक न.4,चार अभाव
अनुभव भैया, पुणे
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कक्षा न. 15,पत्रांक न.4-5,चार अभाव
अनुभव भैया, पुणे
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