वीर प्रभुकी हम संतान ।
धारें जिन सिद्धान्त महान ।
समझें पढ़ने में कल्याण ।
गावें गुरुवरका गुणगान ।। वीर० ।।
पढ़कर बने वीर विद्धान,
पावें निश्चय आतम-ज्ञान ।
गुरु उपकार हृदय में आन,
उनको नमें सहित सम्मान ।। वीर.।।
वीर प्रभुकी हम संतान ।
धारें जिन सिद्धान्त महान ।
समझें पढ़ने में कल्याण ।
गावें गुरुवरका गुणगान ।। वीर० ।।
पढ़कर बने वीर विद्धान,
पावें निश्चय आतम-ज्ञान ।
गुरु उपकार हृदय में आन,
उनको नमें सहित सम्मान ।। वीर.।।