उत्तम ब्रह्मचर्यमय जीवन - ब्र. श्री रवीन्द्र जी 'आत्मन्'

उत्तम ब्रह्मचर्यमय जीवन

(तर्ज : हूँ स्वतंत्र निश्चल निष्काम)

उत्तम ब्रह्मचर्यमय जीवन |

साँचा सहज मुक्तिमय जीवन || टेक ||

है सादा संतोषी जीवन,

सहज शांत आनंदमय जीवन |

निर्विकार तृप्तिमय जीवन,

सहज सरल निर्द्वन्द्व है जीवन || 1 ||

निर्मोही निर्ग्रन्थ है जीवन,

ज्ञान प्रकाशमयी है जीवन |

आत्माराधनमय है जीवन,

निरपराध निष्पाप है जीवन || 2 ||

सहज समाधिमय है जीवन,

स्वाभाविक आदर्श है जीवन |

सहज परम निरपेक्ष है जीवन,

अभय रूप समतामय जीवन || 3 ||

सहज पवित्र अलौकिक जीवन,

सम्यक् रत्नत्रयमय जीवन |

निर्भय निर्मल निष्कल जीवन,

शाश्वत परम ब्रह्ममय जीवन || 4 ||

Source : “जिन भक्ति सिन्धु”

Artist: ब्र. श्री रवीन्द्र जी ‘आत्मन्’

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