भारत की स्वतंत्रता में जैनों का योगदान

:crossed_swords:हमने बिगुल बजाया आजादी का:crossed_swords:

इतिहास साक्षी है जैनों ने अपनी भारत वसुंधरा,अपनी मातृभूमि,अपनी संस्कृति जननी को बचाने के लिये सदैव रणभूमि में खड़े हुये हैं
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:point_right: क्या आप को पता है स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले अपने जैन पूर्वजों का इतिहास ???

:point_right: क्या आप जानते है १८५७ की क्रांति का इतिहास ???

:point_right: क्या आप को पता है हमारे पूर्वज सत्य का पर्याय थे जो जैनी ने गवाही दे दी वही सत्य हो गई ???

*️⃣ भारतीय राजनैतिक इतिहास की अविस्मरणीय घटना है १८५७ की जिसमे दो अमर जैन शहीद हुए " श्री लाला हुक़ूमचन्द जैन’ और श्री अमर चंद बांठिया।

*️⃣"श्रीमान वीर शहीद लाला हुकुमचंद जी जैन’ १९जनवरी १८५८ को "श्री लाला हुकुमचंद जी’ को उनके मकान के सामने कृतम तरीके से फांसी दे दी गई।

*️⃣ "श्रीमान वीर शहीद अमरचंद जी बांठिया’ जब १८५७ का समर जोरो पर था तब ग्वालियर राज्य के कोषाध्यक्ष "श्री अमर चंद बांठिया जी ने १८५७ के समर में झूझ रहे क्रांतिकारियो को सहायता दी २२ जून १८५८ को को ग्वालियर में झूठे राजद्रोह के अपराध में आप को फांसी दे दी गई।

*️⃣ "श्रीमान वीर शहीद मोतीचंद जी शाह’ जब अंग्रेजों भारत छोड़ो जैसे नारे लग रहे थे उंस समय जो व्यक्ति सार्वजनिक मंचो से "औपनिवेशिक स्वराज्य’ की मांग रखते थे जिन्होंने जेल में "१० उपवास’ किये थे आप को षड्यंत्र कारी बता फांसी पर लटका दिया गया।

*️⃣ "श्रीमान वीर शहीद सिंघई प्रेमचंद जी जैन’ दिसम्बर १९३३ में पूज्य महात्मा गांधी जी का दमोह में आगमन हुआ आप गांधी जी का भाषण सुन देश भक्ति ऐसी जगी की आप "खादी’ के प्रचार में लग गये आप को जेल में जहर देकर छोड़ दिया मरने के लिये।

*️⃣ " श्रीमान शहीद वीर सताप्पा टोपणणावर’ १६ वर्ष की उम्र में आपने असहयोग आंदोलन शुरू किया,कई बार जेल गए सिंह गर्जना के साथ अंग्रेजों को जबाब दिया और आप को गोली मार दी गई आप शहीद हो गए।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद वीर उदय चंद जैन’ आपका मानना था "भगतसिंह और चंदशेखर जी कभी पुलिस से नही डरे डरना कायरता है’ आप की सभा पर लाठीचार्ज हुआ आप शहीद हुए।

*️⃣ " श्रीमान वीर शहीद साबूलाल जैन जी बैसाखिया’ गढ़ाकोटा जिला सागर जिसमे बुंदेलखंड के हृदय स्थल आजादी की लड़ाई से अछूता नही रहा आप अपने ५ साथियो साथ तिरंगा झंडा लिए आगे बढे आप सभी ने यूनियन जेक निकालकर तिरंगा लगाने की कोशिश की सामने से धांय धांय गोलियां चली आप सभी शहीद हो गए।

*️⃣ " श्रीमती अमर शहीद कुमारी ज्यावती संघवी’ आप बाल उम्र में ही जुलूस का नेतृत्व कर रही थी पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े जिसमे आप शहीद हो गई।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद अण्णा पन्नावले’ आप १९४२ के आंदोलन में लड़े और मात्र १७ वर्ष की उम्र में आप शहीद हो गए।

*️⃣ " श्रीमान अमर शहीद मगनलाल ओसवाल जी’ ६ सितंबर १९४२ को इंदौर में एक जुलूस निकाला आप सबसे आगे "भारत माता की जय’,"अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारे लगा रहे थे ’ पुलिस ने लाठीचार्ज और गोलियां वर्षा दी आप शहीद हुए।

*️⃣ "श्रीमान वीर अमर शहीद भूपाल अणसकुरे’ "असल आजादी के नींव के पत्थर तो आप ही हैं आप को पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण मारे जाने से आप शहीद हो गये।

*️⃣ " श्रीमान अमर शहीद कंधीलाल जैन’ १२ मार्च १९३० को अपना इतिहासिक दांडी मार्च प्रारंभ किया इस मार्च में गांधी जी द्वारा चुने ८९ अनुयायी थे सरकार ने नमक पर कर लगाकर दुगना कर दिया था मार्शल ला लागू हुआ खुलेआम मारा गया आप एक जुलूस में शहीद हो गये।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद मुलायम चंद जैन’ आप के यहां कांग्रेसी मित्रों का जमावड़ा लगता था गर्मागर्म राजनीतिक बाटे होती थी आप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया ९ दिन लगातार पीटा गया आप की सांस ने आप के शरीर से अंतिम विदाई ली।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद चौधरी भैयालाल जी’ जिला दमोह आप धनी और सम्पन्न व्यक्ति थे आप ने "श्रीमान लोकमान्य बाल गंगाधर राव तिलक जी’ को दमोह में सभा आयोजन में आमंत्रित किया दमोह से २० किलोमीटर दूर सभा का आयोजन "अतिशय क्षेत्र कुंडलपुर’ जी मे हुआ आप जबरदस्त वक्ता थे आप कलकत्ता से मीटिंग कर ट्रेन से लौट रहे थे अंग्रेज सैनिकों से विवाद हुआ अंग्रेज सैनिक ने आप पर गोली चला दी आप शहीद हो गये।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद चौथमल भंडारी जी’ आपने १९४२ के भारत छोड़ो आंदोलन में जेल में अपना पुरा जीवन बिता दीया १९४३ में अज्ञात कारण वश आप देहावसान हो गया आप शहीद हुये।

*️⃣ "श्रीमान अमर शहीद भूपाल पंडित’ आप असामान्य गुणों से सम्पन्न थे बहुत जबरदस्त दंगलों में आप की भूमिका रही आप कई बार जेल गए आप का जेल में देहावसान हो गया आप शहीद हो गए।

*️⃣ श्रीमान अमर शहीद भारमल आप ने बहुत सारे आंदोलन का नेतृत्व किया १६ सितम्बर१९४२ को पुलिस की गोली से आप का देहावसान हो गया आप शहीद हो गये।

*️⃣ " श्रीमान अमर शहीद हरिश्चन्द्र दगडोबा जैन’ हैदराबाद को निज़ाम राज से मुक्ति दिलाने के लिये भी देशवासियों ने अपनी जान गवां दी इसी संग्राम में श्री हरिश्चन्द्र जी दगडोबा जी शहीद हुये हरिश्चन्द्र जी के भाई को भी छल से मारा गया।

स्वतंत्रता संग्राम में जैनो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है जैन धर्मावलम्बियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया तन,मन,धन से सहयोग दिया जैन धर्मावलंबियों के बलिदान को किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नही किया जा सकता !!

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नोट:- भारत,भारतीय संस्कृति और समग्र मानवता को बचाने में जैनो की ही भूमिका रही है जैनो को नजरअंदाज करना भारतीय संस्कृति का सर्वस्व मिटा देना है