विचार और विकल्प में अंतर

यहाँ दो प्रश्न और है ?

ऊपर की चर्चा से ये तो समझ आ गया की -
विचार = सहज ही उपयोग का पलटना (अर्थ, व्यंजन या योग से)
विकल्प = राग द्वेष पूर्वक उपयोग को कही ले जाना या जाने से रोकना
अविचार = उपयोग का एक ही (अर्थ व्यंजन या योग पर) स्थिर हो जाना, पलटना रुक जाना
निर्विकल्प = राग द्वेष पूर्वक उपयोग को नहीं बदलना, जो कुछ भी सहज ज्ञान में आता है (स्व या पर) उसे वीतराग भाव से जानना

Q1) पर अब बुद्धि पूर्वक और अबुद्धि पूर्वक विकल्प की भी बात आती है, तो यदि स्वयं राग-द्वेष पूर्वक उपयोग को भ्रमाने का नाम विकल्प है तो अबुद्धि पूर्वक विकल्प किसे कहेंगे ?

Q2) एक research में भी बताया था की एक दिन में हमारे अंदर लगभग 60,000 thoughts आते है जिनमे से हमे 96% thoughts अपने आप ही आ जाते है, through subconscious mind | अब यदि ये 96% thoughts अशुभ भाव होते है तो इसमें हमारी क्या गलती ?

@Sanyam_Shastri - could you clarify this

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