Sanyam_Shastri

Sanyam_Shastri

अपने या अन्य के परिणाम बिगड़ने का, धर्म की अप्रभावना होने का, जिनाज्ञा भंग होने का बहुत भय हो अर्थात् निरन्तर सावधान रहें।