प्रश्न ये बनता है कि यदि कोई दीक्षा लेता है तो उसकी तीन चौकड़ी समाप्त हुई माना जाये या उसके वैसी काल लब्धि थी तो उसकी दीक्षा हुई
तो जो दीक्षा होती है उसमें मुख्यता किसकी है
और जो मुनि है उसका कोनसा गुण स्थान माना जाये
प्रश्न ये बनता है कि यदि कोई दीक्षा लेता है तो उसकी तीन चौकड़ी समाप्त हुई माना जाये या उसके वैसी काल लब्धि थी तो उसकी दीक्षा हुई
तो जो दीक्षा होती है उसमें मुख्यता किसकी है
और जो मुनि है उसका कोनसा गुण स्थान माना जाये