-
अनन्तर पूर्व परिणाम से युक्त द्रव्य कारण रूप से परिणामित होते है और अनन्तर उत्तर परिणाम से युक्त वही द्रव्य नियम से कार्य होता है | (कार्तिकेयानुप्रेक्षा २३०)
-
उपादान कारण के तीन प्रकार ऐसे हुए :
१. त्रिकाली उपादान कारण.
२. अनन्तरपूर्वक्षणवर्तीपर्याय के व्यय रूप क्षणिक उपादान कारण
३. तत्समय की योग्यतारूप क्षणिक उपादान कारण -
क्षणिक उपादान के संक्षिप्त नाम :
१. अनन्तरपूर्वक्षणवर्तीपर्याय
२. तत्समय की योग्यता
- क्षणिक उपादान कारण को समर्थ उपादान कारण भी कहते हैं |