स्याद्वाद नय षट् द्रव्य गुण, पर्याय और प्रमाण का | जड़ कर्म चेतन बंध का, अरु कर्म के अवसान का || कहकर स्वरूप यथार्थ जग का, जो किया उपकार है | उसके लिए जिनवाणी माँ को, वंदना शतबार है ||
/uploads/default/original/2X/1/1d649e476884470ea0d503a76afd7059b8007fee.mp3