मेरा स्वप्न | My dream

पूजा करके, सुनूँगा जिनवाणी।
जिनवाणी सुनकर, करूँगा सम्यग्दर्शन।
सम्यग्दर्शन करके, बनूँगा मुनि।
मुनि बनकर, जाऊँगा मोक्ष ।।

Artist: बाल ब्र. श्री सुमत प्रकाश जी
Source: बाल काव्य तरंगिणी