मेरा सांई तौ मोमैं नाहीं न्यारा | Mera sai to mome nahi nyara

मेरा सांई तौ मोमैं नाहीं न्यारा, जानैं सो जाननहारा |
पहले खेद सह्यौ बिन जानैं, अब सुख अपरंपारा || टेक ||

अनंत-चतुष्टय धारक ज्ञायक, गन परजै द्रब सारा |
जैसा राजत गंधकुटी में, तैसा मुझमें म्हारा || १ ||

हित अनहित मम पर विकलप तैं, करम बंध भये भारा |
ताहि उदय गति गति सुख-दुख में, भाव किये दुखकारा || २ ||

काल लब्धि जिन आगम सेती, संशय भरम विदारा |
‘बुधजन’ जान करावन करता, हौंहि एक हमारा || ३ ||

Artist : कविवर पं. बुधजन जी