माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है |
तेरी उतारें आरती माँ, तेरो नाम धन्य है |
ज्ञान की ज्योति तू ही जलाती |
भक्तों को भगवान तू ही बनाती ||
अमृत पिलाती, मारग दिखाती, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||
अरिहंत भाषित जिनवाणी प्यारी |
गणधर ऋषि और मुनियों ने धारी ||
जीवन की नैय्या को तू तारती माँ, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||
तेरे श्रवण से महिमा समायी |
चैतन्य चैतन्य की धुन आई ||
संतों के ह्रदय को, ईश्वर के घर को, तेरे गुंजाते छंद हैं |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||
सुनने से संसार का रस शिथिल हो |
गुनने से ज्ञायक का मंगल मिलन हो ||
तुमको नमन है, तुमको नमन है, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है |