माँ जिनवाणी तेरो नाम | Maa Jinvani Tero Naam

माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है |
तेरी उतारें आरती माँ, तेरो नाम धन्य है |

ज्ञान की ज्योति तू ही जलाती |
भक्तों को भगवान तू ही बनाती ||
अमृत पिलाती, मारग दिखाती, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||

अरिहंत भाषित जिनवाणी प्यारी |
गणधर ऋषि और मुनियों ने धारी ||
जीवन की नैय्या को तू तारती माँ, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||

तेरे श्रवण से महिमा समायी |
चैतन्य चैतन्य की धुन आई ||
संतों के ह्रदय को, ईश्वर के घर को, तेरे गुंजाते छंद हैं |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है ||

सुनने से संसार का रस शिथिल हो |
गुनने से ज्ञायक का मंगल मिलन हो ||
तुमको नमन है, तुमको नमन है, तेरो नाम धन्य है |
माँ जिनवाणी तेरो नाम, सारे जग में धन्य है |

रचयिता: पं. राजेन्द्र जी जबलपुर


12 Likes

इसकी रचना आ. पंडित जी राजेन्द्र कुमार जी जबलपुर ने किया है।

2 Likes