करुणा के भण्डार, हमारे महावीरा | karuna ke bhandar hamare mahaveera

करुणा के भण्डार, हमारे महावीरा,
हर दुःख मेटनहार, हमारे महावीरा।
हो ऽऽऽ शरणा जो आते हैं, भक्तियाँ जो गाते हैं,
उन पुण्य वालों के भाग्य जाग जाते हैं ।।टेक।।

महावीर प्रभु का तो यश चारों ओर है,
दयालु के हाथ में मुक्ति की ये डोर है।
चंदापुर के चंदा का मन ये चकोर है,
मैना सुन्दरी इक अंजन चोर है।।।
कथा जो सुनाते हैं, मन से बुलाते हैं,
उन पुण्य वालों के भाग्य जाग जाते हैं।।१।।

महावीर कहने से वीर बन जाओगे,
सिंह चिन्ह देख शक्ति सिंह जैसी पाओगे,
अहिंसा के राही की राह पे जो आओगे,
भवसागर में थपेड़े नहीं खाओगे।।
नारे जो लगाते हैं, माला जो फिराते हैं,
उन पुण्य वालों के, भाग्य जाग जाते हैं…।।२।।