बाहुबली जय बाहुबली | bahubali jai bahubali

बाहुबली जय बाहुबली, जय बाहुबली -२
मङ्गलायतन के दरबार, देखो लागी भीड़ अपार
करे सबका बेड़ा पार प्रभु बाहुबली…

दूर-दूर से यात्री आए, दर्शन के अभिलाषी - २
मङ्गलायतन दरबार प्रभु का, शान्त छवि मन भायी - २
प्रभु दया के हो भण्डार, और क्षमा के हो अवतार करे
सबका बेड़ा पार प्रभु बाहुबली…

न माँगू मैं हीरा मोती, माँगू ज्ञान का दान-२
ज्ञान बिना युग-युग से धरती, हम तुझसे अनजान-२
मेरी नाव पड़ी मझधार, नही दूजा कोई आधार
करे सबका बेड़ा पार प्रभु बाहुबली…