Ahirant dev ki vani me

अरिहंत देव की वाणी में।
जो मोक्ष मार्ग बतलाया है ।।
ज्ञानी जन उस पर चलकर ।
प्रभु समान पद पाया है ।।

जिन वीतराग मुद्रा निहार
संवादित करती तत्व-सार
त्यागा जड़ वैभव तुच्छ जान
जितमोही आप भए महान