आई मंगल घड़ी आई | Aai mangal ghari aai

आई मंगल घड़ी हां, देखो शुभ घड़ी आई
तरसे दर्शन को अंखियां आज मैंने पाई
झलके शांति अपार प्रभु की मुद्रा निर्विकार वीतरागता सुहाई
बधाई हो बधाई… बधाई हो बधाई ।।

आज खुशी का अवसर आया सब मिल नाचे गाएं
रोम रोम आनंदित हो जब जिनवर दर्शन पाएं-२
होऽऽ मंदिर जाऊं पूजा रचाऊं, आतम में हांऽऽ बस रम जाऊं
थांकी छवि में निहारूं बारी बारी बलहारी, अंतर आनन्द ना समाई
बधाई हो बधाई… बधाई हो बधाई ।।१

पुण्य उदय ऐसो जाग्यो अब स्वर्णिम अवसर आयो
बड़े भाग्य से जिनवाणी और जिनमंदिर को पायो-२
होऽऽ केशरिया जिनध्वज लहराऊं, पावन अमृत कशल चड़ाऊं
गाऊं जिनधर्म महिमा में मंगलकारी म्हारो मन हर्षाई
बधाई हो बधाई… बधाई हो बधाई ।।२

ना कुछ करना ना कुछ धरना शाश्वत अचल विराजो
चेतन रस से भीगा चित्ती का सागर झलकेंओ-२
होऽऽ ध्रुव की लगनी ऐसी लागी, परिपूर्णता अब है जागी
पाऊं मोक्षमहल जैसे तुमने बताई सुख सरोवर लहराई
बधाई हो बधाई… बधाई हो बधाई ।।३

आई मंगल घड़ी हां, देखो शुभ घड़ी
तरसे दर्शन को अंखियां आज मैंने पाई
झलके शांति अपार प्रभु की मुद्रा निर्विकार वीतरागता सुहाई
बधाई हो बधाई… बधाई हो बधाई ।।