हिप्पोकैम्पस में कैसे समाहित हो?

जैन दर्शन से रेगार्डिंग जो भी पढ़ रही हूँ सुन रही हूँ देख रही हूँ। वो उस वक़्त तो समझ आ जाता है। थोड़ी देर बाद क्या क्या पढ़ा देख सुना। अस इट इज़ याद नहीं रहता। जबकि सारे टॉपिक्स रुचिपूर्वक समझने की कोशिश कर रही होती हूँ। और मेरे साथ ये दिक़्क़त इसी टॉपिक के साथ नहीं है। हमेशा से कुछ न कुछ अच्छा पढ़ने देखने सुनने की ललक रही है। लेकिन थोड़ी देर बाद माइंड से सब erase😔

आप भूलने का प्रयास करो,याद रखने का मत करो,यह बात मुजे भूलना है ऐसा प्रयास करो

इसमे ज्यादा घभराने की आवश्यता नही है आप बने रहे भले शब्द याद नही रहै परंतु भाव रूप संस्कार अंदर चलता जाएगा इसीका ही महत्व इसीके बल पर आप तत्व निर्णय कर पाएंगे।

यदि आप की भावना हो तो आप शास्त्री कर सकते हो घर बैठकर जिससे आपको याद भी रहेगा और धर्म आप logical way में आप समझ पाएंगे

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