तीर्थंकर भगवान -- आठ साल में पंचम गुणस्थान (उत्तर पुराण)

उत्तर पुराण में आया है कि तीर्थंकर भगवान आठ साल में पंचम गुणस्थान वृत्ति हो जाते है। प्रश्न है कि यह अणुव्रत दशा राजा की दशा में, यहाँ तक कि चक्रवर्ती की दशा में हो सकती है क्या?

उत्तर पुराण का उल्लेख प्रवचन सुधा, भाग-९, पृष्ठ १५४ (हिंदी) में आया है।

1 Like