वीर्यान्तराय कर्म का अन्य कर्मों के क्षयोपशम से सम्बंध

वीर्यान्तराय कर्म मतिज्ञानावरण आदि कर्मों के साथ कार्य जैसे करता है, वैसे क्या अन्य कर्मों के साथ भी उसका कोई संबंध है?

Can you provide some more details on how वीर्यान्तराय is connected to मति ज्ञानावरण?

योग के लिए भी वीर्य अंतराय कर्म का क्षयोप्शम आवश्यक होता है । सुख के लिए कर्म क्षय के लिए वीर्य की आवश्यकता होती है।

@Sowmay, check out Bhavdeepika’s swadhyay of today for the details.