द्रव्यार्थिक की चौभंगी व पर्यायार्थिक की चौभंगी को विस्तार से स्पष्ट कीजिए?
मोक्षमार्गप्रकाशक जी में कलत्र से क्या आशय है??
ग्रन्थिभेद का आशय क्या लिया?
द्रव्यार्थिक की चौभंगी व पर्यायार्थिक की चौभंगी को विस्तार से स्पष्ट कीजिए?
मोक्षमार्गप्रकाशक जी में कलत्र से क्या आशय है??
ग्रन्थिभेद का आशय क्या लिया?
कलत्र का अर्थ पत्नी अथवा स्त्री होता है।
• ग्रन्थिभेद शब्द का जिनागम में परिग्रह को / अंतरंग-बहिरंग परिग्रह को/ ममत्व परिणाम को/ मूल में मिथ्यात्व को त्यागने के आशय से प्रयोग किया जाता है।
• ग्रन्थि अर्थात मिथ्यात्व परिणाम, भेद अर्थात उससे मुक्ति / भेदविज्ञान।
चौभंगी से तात्पर्य द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव से तो नही?
@Sayyam bhaiya…
ऐसा प्रतीत होता है कि आपके 2 प्रश्न निमित्त-उपादान की चिट्ठी से हैं।
संयमजी द्वारा लिखे उत्तर से सहमत हूँ।
द्रव्यार्थिक और पर्यायार्थिक की चौभंगी -
निमित्त-उपादान × शुद्ध-अशुद्ध