त्रेपन( 53) क्रिया

● इनका भी उल्लेख है । :arrow_up:

परन्तु विचार करने पर एक बात यह भी सामने आती है कि ऐसी एक ही क्रिया है जिसके बिना मोक्ष असंभव है , और जिसे न करें तो अनंतानंत भव भी लगा दे , तो भी मोक्ष नही प्राप्त किया जा सकता ।
I.e. आत्मानुभव

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श्रावक
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