जय जिनेंद्र,
श्री आदिपुराण जी में त्रेपन (53) क्रियाओं का उल्लेख है, यह क्रियायें पूर्ण किये बिना संसार मुक्ति नहीं हो सकती और इन क्रियाओं को पूर्ण करने के लिये लगातार 3 भव लगते है ऐसा भी कुछ उल्लेख श्री आदिपुराण जी में है। … इस विषय में वह 53 क्रियायें कौनसी है आदि अधिक जानकारी मिल सके तो मदत होगी। … (I don’t have श्री आदिपुराण जी … Heard this from some sadharmi so want to know more about it) … Thank U!
● इनका भी उल्लेख है ।
परन्तु विचार करने पर एक बात यह भी सामने आती है कि ऐसी एक ही क्रिया है जिसके बिना मोक्ष असंभव है , और जिसे न करें तो अनंतानंत भव भी लगा दे , तो भी मोक्ष नही प्राप्त किया जा सकता ।
I.e. आत्मानुभव
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श्रावक
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मुखपृष्ठ - जैनकोष
श्रावक की 53 क्रियाए
आधार – ज्ञानानंद श्रावकाचार,रत्नकरंड श्रावकाचार
8 मूलगुण
- मद्य
- मांस
- मदिरा
- to 8)पांच उड़म्बर फल
12व्रत
1)अहिंसाणुव्रत
2) सत्यानु व्रत
3) अचौर्य व्रत
4) ब्रमचर्य व्रत
5)परिग्रह परिमाण व्रत
6) दिगव्रत
7) देशव्रत
8) अनर्थदंड त्यागव्रत
9)सामायिक शिक्षा व्रत
10)प्रोषधोपवास शिक्षावृत
11)भोगुप्भोग परिमाण व्रत
12) अतिथि संविभाग व्रत
12 तप
1)अनशन तप
2)अवमोदर्य तप
3) वृतिपरिसंख्यान
4)रस्परित्याग
5)विविक्त शय्यासन
6)कायक्लेश तप
7)पर्यायचित तप
8)विनय तप
9) वैयाव्रत टप
10)स्वाध्याय तप
11)व्यूसत्सर्ग तप
12)ध्यान तप
11 प्रतिमा
4 दान
1 जल गालन
1 रात्रिभोजन त्याग
3 रत्नत्रय
इसके बिना मोक्ष नही हो सकता
जय जिनेंद्र!
आभार! …
Q. => श्री आदिपुराण जी के अंतर्गत की 53 क्रियाओं तथा चरणानुयोगों के अंतर्गत आनेवाली 53 क्रियाओं में अंतर लगता है (क्रियाओं के नाम अलग-अलग है!) तो कौनसी क्रियाओं को मोक्ष हेतु पूर्ण करना आवश्यक समझना चाहिये? … Also,
Q. => श्री आदिपुराण जी की 53 क्रियाओं का स्पष्टीकरण भी मिल सके तो मदत होगी। …
Q. => 53 क्रियाओं का क्रमशः पूर्ण करना आवश्यक है या किसी भी क्रम से क्रियायें पूर्ण कर सकते है? …
Q. => लगातार के 3 भवों में ही क्रियाओं को पूर्ण करना आवश्यक होता है या कोई जीव 3 से अधिक भवों में क्रियायें पूर्ण करे तो चलता है?
कृपया 53 क्रियाओं के संदर्भ में यह और अन्य विस्तृत जानकारी मील सके तो मदत होगी। … आभार!
इन क्रियाओं के विषय में अधिक जानकारी / ज्ञान / स्पष्टीकरण मिल सके तो मदत होगी। … आभार!
जय जिनेंद्र
बहुत बहुत आभार! …
जय जिनेंद्र
क्या टेलीग्राम app पर आदिपुराण आदि सभी ग्रन्थ जी वाचना हेतु उपलब्ध है? जानकारी मिले तो मदत होगी। … आभार
बहुत बहुत आभार!
बहुत बहुत आभार! …