क्या धतूरा बीज, गांजा बीज भक्ष्य है?

धतूरा बीज, गांजा बीज और सफ़ेद प्याज के रस को औषधीय रूप में प्रयोग कर सकते हैं ?

आगम में तो इनको नशाकरक संज्ञा है अतः अभक्ष्य ही हैं एवं यदि औषधि की बात है तो इनके अलावा भी बहुत उपाय हो सकते हैं।
बाकी विद्वतजन समाधान करें!
जैन होने के नाते औषधि के स्वरूप में भी विचार किया जाना चाहिए। कौए की कहानी भी यही शिक्षा देती है, कि नियम को दृढ़ता पूर्वक पालें, और नशाकारक का त्याग तो हमारी पहचान है।

नशाकारक होने से भक्ष्य तो नहीं है!!!

सफेद प्याजादि के संदर्भ में -
आलू, मूली, अदरक आदि में असंख्यात साधारण शरीर और अनन्तानन्त निगोदिया जीव रहते हैं।
(धवला पु• 24, पृ- 23)

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वर्तमान में जैन श्रावकाचार पालन - pg. no. 26
- " खसखस अफीम के फल का दाना / बीज नशाकारक होने से
अभक्ष्य ही है । "
यदि विचार किया जाए तो कह सकते है कि नशाकारकात्मक अवस्था को प्राप्त करने वाला होने से या नशाकारक ही होने से बीज आदि भी भक्ष्य नही है।
परन्तु जितने भी painkillers है उनमें इन्ही का प्रयोग होता है साथ ही इनकी शुद्धिकरण की एक बहुत लंबी प्रक्रिया है उसी के अनुसार इनका प्रयोग लेना योग्य है ।
बाकी विद्वज्जन समाधान करें ।

सफेद प्याज कामासक्ति को बढ़ाने वाला अर्थात अत्यंत गृद्धतापूर्ण होने से कैसे भक्ष्य हो सकता है ? तथा इसके substitute भी विद्यमान हैं , क्योंकि यह ठंडे पदार्थ स्वरूप औषधि के रूप में प्रयोग में आती है , तो ठंडे पदार्थ तो ओर भी है , एवम यदि कोई इन्हें व्यक्तिगत रूप से लेवे , तो वह अनुमोदनीय नही है ।

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Thanks ! Is there any book on Ayurveda which you think seems good, today even in name of ayurveda, most of the medicines contain Abhakshya ingredients.

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आदरणीय डॉ दीपक जी जयपुर के द्वारा जैन आयुर्वेद के परिपेक्ष्य में लिखी हुईं पुस्तक हैं

  1. वर्तमान में जीव दया पालन
    https://t.me/c/1172485361/10093

  2. वर्तमान में जैन श्रावकाचार पालन

  • मोहनलाल जी सेठी द्वारा संकलित ।
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