‘णमो अरहंताणं’ में अरहंताणं में षष्ठी विभक्ति है ? अगर है तो इसका अर्थ अरहंतो का नमस्कार है । ऐसा अर्थ बनेगा ? अरहंतों को नमस्कार अर्थ कैसे बनेगा ?
किसी ने ऐसा अर्थ किया है कि आणं का अर्थ आज्ञा है । अरहंतों की आज्ञा को नमस्कार हो । क्या ऐसा अर्थ भी हो सकता है ?
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चतुर्थी विभक्ति है (4th). “के लिए” अर्थ लगेगा। (बहुवचन)
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Ok …hn prakrit m 4th or 6th vibhakti same hoti h .
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Doosra arth Jo h vo ho skta h ?? आणं का आज्ञा ?
Then if we apply to all, we should also say, Siddh ki aagya ko pranam. But, siddh give no aagya.
Better, take only one meaning. Arihant ke liye namaskar ho.
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