अष्ट द्रव्यों से पूज्य तो छटवें गुणस्थान से होते हैं,ऐलक क्षुल्लक पाचवें गुणस्थानवर्ती हैं।अतः वेंं अष्ट द्रव्यों से पूज्य नहीं होते।
इनका अभिवादन इच्छामि शब्द से किया जाता है।
4 Likes
अष्ट द्रव्यों से पूज्य तो छटवें गुणस्थान से होते हैं,ऐलक क्षुल्लक पाचवें गुणस्थानवर्ती हैं।अतः वेंं अष्ट द्रव्यों से पूज्य नहीं होते।
इनका अभिवादन इच्छामि शब्द से किया जाता है।