इस अष्टानिका महापर्व पर कीजिये भक्ति पुराने कवियों द्वारा रचित भक्तियों के द्वारा |
पंडित श्री दौलतराम जी कृत भजन
- हम तो कबहुँ न निज घर आये : https://goo.gl/XKm3tD
- आतम रूप अनुपम अद्भुत: https://goo.gl/SKCknY
- हम तो कबहुँ न निजगुन भाये: https://goo.gl/7atdrk
- हे जिन तेरे मैं शरणै आया: https://goo.gl/AB98rq
- हे जिन मेरी ऐसी बुधि कीजै: https://goo.gl/bY4q8t
- और सबै जगद्वन्द मिटावो: https://goo.gl/C3kjYL
- देखो जी आदीश्वर स्वामी : https://goo.gl/ogaqEX
- ऐसा योगी क्यों न अभयपद पावै: https://goo.gl/9q8aZe
- गुरु कहत सीख इमि बार बार: https://goo.gl/ZMfAaL
- जिन राग द्वेष त्यागा: https://goo.gl/Duxn91
- धनि मुनि निज आतमहित कीना: https://goo.gl/tRhYHM
- जिया तुम चालो अपने देस: https://goo.gl/YiDCcK
- सुनो जिया ये सतगुरु की बातें: https://goo.gl/cW1nkV
- *जाऊँ कहाँ तज शरन तिहारे: https://goo.gl/svmokF
- आज मैं परम पदारथ पायौ: https://goo.gl/wc9yrv
- अरे जिया, जग धोखे की टाटी: https://goo.gl/m4r4RL
- चिन्मूरत दृग्धारी की मोहे: https://goo.gl/EJyoPH
- निरखत जिनचन्द्र-वदन: https://goo.gl/RqYp2Q
- घड़ि-घड़ि पल-पल: https://goo.gl/WtbAMY
- मेरे कब ह्वै वा दिन: https://goo.gl/ymmjY2
- अपनी सुधि भूल आप: https://goo.gl/MedvSi
- आपा नहिं जाना तूने: https://goo.gl/tScjR1
पं. श्री भागचंद जी कृत भजन
- आतम अनुभव आवै जब: https://goo.gl/gxLFkV
- महिमा है, अगम जिनागम की : https://goo.gl/jp4PdQ
- सुमर सदा मन आतमराम: https://goo.gl/BCoJiD
- सन्त निरन्तर चिन्तत ऐसैं: https://goo.gl/1r5p4A
- जीवनके परिनामनिकी यह: https://goo.gl/bc8vAS
- परणति सब जीवन की: https://goo.gl/FBw8Fu
- ऐसे जैनी मुनिमहाराज: https://goo.gl/mungLk
- जीव! तू भ्रमत सदीव अकेला: https://goo.gl/7gcqtr
- धन धन जैनी साधु जगत के: https://goo.gl/gHjBES
- धन्य धन्य है घड़ी आज की: https://goo.gl/orrW19
- प्रभु पै यह वरदान सुपाऊँ: https://goo.gl/424fqB
- ऐसे साधु सुगुरु कब मिलि हैं: https://goo.gl/5cAGHp
- मान न कीजिये हो परवीन: https://goo.gl/vVZEHV
- यही इक धर्ममूल है मीता: https://goo.gl/Ag4LjD
- धनि ते प्रानि, जिनके तत्त्वारथ श्रद्धान: https://goo.gl/fqi9tQ
- जे सहज होरी के खिलारी: https://goo.gl/rn34rt
श्री द्यानतराय जी कृत भजन
- आतम जानो रे भाई: https://goo.gl/GSGqqi
- आतम अनुभव कीजै हो: https://goo.gl/RB7C5P
- आतमरूप अनूपम है: https://goo.gl/j1ocwr
- कर कर आतमहित रे प्रानी: https://goo.gl/MHZsvQ
- घटमें परमातम ध्याइये हो: https://goo.gl/jnu4sV
- जगतमें सम्यक उत्तम भाई: https://goo.gl/jxdXcs
- जानत क्यों नहिं रे: https://goo.gl/w2dnZ1
- देखो भाई! आतमराम विराजै: https://goo.gl/7ExrvM
- सब जगको प्यारा, चेतनरूप निहारा: https://goo.gl/YyecgU
- मैं निज आतम कब ध्याऊंगा: https://goo.gl/JTRA3p
- धिक! धिक! जीवन समकित बिना: https://goo.gl/JTWaj3
- अब हम अमर भये न मरेंगे: https://goo.gl/zL4dAe
- आतमरूप सुहावना: https://goo.gl/WQBVNq
श्री सौभाग्यमल जी कृत भजन
- त्रिशला के नन्द तुम्हें वंदना: https://goo.gl/kTQRH2
- आज सी सुहानी सु घड़ी इतनी: https://goo.gl/PttFFt
- मैं हूँ आतमराम: https://goo.gl/V7SwCV
- तोरी पल पल निरखें मूरतियाँ: https://goo.gl/4yXmwW
- तेरे दर्शन से मेरा दिल खिल गया: https://goo.gl/yuyTfK
- तेरे दर्शन को मन दौड़ा: https://goo.gl/fqos1Z
- तोड़ विषियों से मन जोड़: https://goo.gl/wpF5P7
- पल पल बीते उमरिया रूप: https://goo.gl/sd9Fcs
- जहाँ रागद्वेष से रहित निराकुल: https://goo.gl/xnanp6
- लहरायेगा-लहरायेगा झंडा: https://goo.gl/wxAbvt
- निरखी निरखी मनहर मूरत: https://goo.gl/3N9Qq2
- स्वामी तेरा मुखड़ा है मन: https://goo.gl/5bZKVB
- मन महल में दो दो भाव जगे: https://goo.gl/zumWCd
- म्हारा परम दिगम्बर मुनिवर: https://goo.gl/Zo8TM5
श्री भूधरदास जी कृत भजन
- अब मेरे समकित सावन आयो: https://goo.gl/YcXdb7
- जपि माला जिनवर नाम की: https://goo.gl/UC8MJT
- भगवंत भजन क्यों भूला रे: https://goo.gl/2cGTTA
श्री बुधजन जी कृत भजन
- हमकौं कछू भय ना रे: https://goo.gl/aQNKpx
- सुनकर वाणी जिनवर की: https://goo.gl/cXq1vV
अगर आपके पास कोई प्राचीन भक्ति का ऑडियो है तो हमे [email protected] पर जरूर भेजें |