तीन मित्र | teen mitra

आतम राम आतम राम,
सहजानंदी आतमराम।
सूरज आया करो, न देर,
पूजा कर लो भयी अबेर।।
पण्डितजी कुछ पाठ पढ़ाओ,
सुखी होने की विधि बताओ।।
आतम ही है परमातम,
हम भी बनेंगे परमातम ।।

Artist: बाल ब्र. श्री सुमत प्रकाश जी
Source: बाल काव्य तरंगिणी