पारस प्यारा लागे, चवलेश्वर प्यारा | paras pyara lage chavleshwar pyara

पारस प्यारा लागे, चवलेश्वर प्यारा लागे,
थाकी बागड़ लि जा यों में रस्तो,
भूल्या जी म्हारा पारसजी,
भूल्या जी मारा स्वामी जी।
मैं रास्तो कैसे पावंगा, पावंगा मैं तो रस्तौ कै पावंगा॥ टेक॥

डर लागे छे माने, हर बार पुकारा याते - २,
थाँरा पर्वत रा जंगल में रस्तो भूल्यो जी म्हारा पारस जी।
भूल्यो जी म्हारा पारस जी। मैं रस्तो कैसे… ॥१॥

थाँका दर्शन करवा आया, मैं आया थी भाग्या-भाग्या-२
थाँकी मुँगा वरणी मूरत माने लागे प्यारी स्वामी जी - २।।
भूल्यो जी म्हारा पारस जी। मैं रस्तो कैसे पावंगा… ॥२॥