केशरिया केशरिया झंडा,
कैसा न्यारा प्यारा झंडा,
हम सबको हर्षाता झंडा,
सारे दुख मिटाता झंडा।।
स्वस्तिक से शोभित है झंडा,
वीर प्रभु का न्यारा झंडा,
मुनिराज को प्यारा झंडा,
विद्वानों ने धारा झंडा ।।
चेतन बाग पे जायेंगे,
हम झंडा लहरायेंगे,
सब मिलकर फिर गायेंगे,
जैनं जयतु शासनम्, जैनं जयतु शासनम्।।
Artist: बाल ब्र. श्री सुमत प्रकाश जी
Source: बाल काव्य तरंगिणी