आत्मदेव को कभी न भूलना,
हिंसा कभी नहीं करना ।।
सिद्ध प्रभूको कभी न भूलना,
झूठी बात कभी नहीं करना ।।
गुरुकी स्तुति करना न भूलना,
चोरी कभी नहीं करना ।।
शास्त्र जहाँ तहाँ कभी न रखना,
रात्रिभोजन कभी न करना ।।
सदा शान्त, संतोषी रहना,
ममता कभी नहीं करना ।।
इन बातों को जरूर मानना,
इतना तू अवश्य करना ।।