जय बोलो त्रिशला के वीर की | Jai Bolo Trishla Ke Veer Ki

जय बोलो त्रिशला के वीर की,
जय जय बोलो प्रभु महावीर की |

आओ भक्तो चलें प्रभु दर्शन को,
मिलता है परम सुख अखियन को,
मेरे संग तुम भी गाओ रे,
महावीरा को ध्याओ रे | (1)

सुर नर मुनि गायें यशगान जिनका,
करते हैं योगी सभी ध्यान जिनका,
जो हैं सब के सहारे, भक्तो के कष्ट निवारे,
ऐसे वीतरागी की महिमा सभी गाओ रे | (2)

सिद्धार्थ त्रिशला की आँखों के तारे,
वर्द्धमान बन गए जगत उजियारे,
वैराग्य मन में था जागा राज सुख वैभव को त्यागा,
तप करने में चित लागा उसे ध्याओ रे | (3)

जिसने अहिंसा सन्देश सुनाया,
जियो और जीने दो सबको बताया,
जिनकी वाणी मंगलकारी, भक्तो की नैय्या है तारी,
वीर की भक्ति के रंग में ही रंग जाओ रे | (4)