अब हम आतम को पहचाना || टेक ||
जैसा सिद्धक्षेत्र में राजत, तैसा घट में जाना || १ ||
देहादिक परद्रव्य न मेरे, मेरा चेतन बाना || २ ||
‘द्यानत’ जो जानै सो स्याना, नहिं जानें सो दीवाना || ३ ||
Artist- पं. द्यानतराय जी
अब हम आतम को पहचाना || टेक ||
जैसा सिद्धक्षेत्र में राजत, तैसा घट में जाना || १ ||
देहादिक परद्रव्य न मेरे, मेरा चेतन बाना || २ ||
‘द्यानत’ जो जानै सो स्याना, नहिं जानें सो दीवाना || ३ ||
Artist- पं. द्यानतराय जी