13 और 14 गुणस्थान में सामान्य केवली और तीथकर की अपेक्षा कितने कर्मो का छय होता है

13 और 14 गुनस्थान में कितने कर्मो का छय होता है

-14 वें गुणस्थान के प्रथम समय में 73 प्रकृति का और अन्तिम समय में 12
प्रकृति का नाश होता है (तीर्थंकर प्रकृति की सत्ता वाले जीव की अपेक्षा)
-14 वें गुणस्थान प्रथम समय में 72 प्रकृति का और अन्तिम समय में 12 प्रकृति का नाश होता है (सामान्य केवली की अपेक्षा )
अरहंत परमात्मा के 63 प्रकृति का नहीं रहती , बची हुई 85 प्रकृति नाश उपर्युक्त प्रकार से होता है।

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